महीना: जनवरी 2012

क्या मायावती की सरकार उत्तर प्रदेश में फिर बनेगी ?

चुनाव के बाद सुश्री मायावती की पार्टी बहुजन समज पार्टी फिर से उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने वाली है /

मै जहां जहां भी गया, वहां ओ०बी०सी० पिछडे़ और दलितों से मेरी बात हुयी है उससे यही निष्कर्ष निकल रहा है / अन्दर खाने सभी यही स्वीकार कर रहे हैं कि मयावती के ऊपर जितने भी राज्नीतिक दल है , उनके द्वारा कीचड़ उछालने का यही मतलब है कि उनको जबरन दबाया जा रहा है / रही सही कसर चुनाव आयोग के फरमान ने पूरी कर दी / यह ठीक उसी तरह से है जैसे कि गुजरात में सोनिया गान्धी ने जब नरेन्द्र मोदी को “मौत का सौदागर ” कह दिया था / इसी एक जुमले से सभी गुजरात के लोग चिढ गये और फिर नतीजा सबके सामने आया / यही कहानी मायावती फिर से उत्तर प्रदेश मे दोहरा रही है / सभी दलित समाज और पिछड़े वर्ग के लोग अपने को चुनाव आयोग के फरमान से अपमानित मह्सूस कर रहे है /

वे यह समझ रहे हैं कि कान्ग्रेस और भारतीय जनता पार्टी और समाज वादी पार्टी के नेताओं ने मिलक्रर सुश्री मायावती जी की शिकायत करके उनके नेता की बेइज्जती कर दी है , अब वे देश और दुनिया को दिखा देन्गे कि उनके नेता की इस बेइज्जती का बदला वे किस तरह से ले सकते हैं / यह अब दलितों के लिये मूछ ऊन्ची और बेइज्जती से नाक कटने से बचने का सवाल हो गया है /

मैने जहां तक नम्बरों का खेल समझा है, इस चुनाव में मुख्य रूप से पहले [१] नम्बर पर बसपा रहेगी दूसरे नम्बर [२] पर समाज वादी पार्टी आयेगी , तीसरे [३] नम्बर पर कान्ग्रेस आयेगी और चौथे [४] नम्बर पर भाजपा रहेगी /

आम जनता और आम लोगों के अपने अपने तर्क है / भाजपा के बारे मे सभी वर्ग के लोगों का मानना है कि ये सब कान्ग्रेस-कल्चर के फालोवर हो गये हैं, इनकी सरकार के मन्त्रियों ने कान्ग्रेस के मन्त्रियों से दो कदम आगे जाकर भ्रस्टाचार किया है और अपनी नैतिकता और ईमान्दारी का कोई उदाहरण तक नहीं छोड़ा है, जब वोट देना है तो इनको ही क्यों ? मुसलमानो का वोट सबसे पहले और सबसे अधिक समाज्वादी पार्टी को और उसके बाद कान्ग्रेस को और उसके बाद बसपा को मिलेगा /

मेरा ख्याल है कि उत्तर प्रदेश में अगली सरकार बसपा की ही बनेगी, मायावती जी फिर मुख्य मन्त्री होन्गी / यह जरूर हो सकता है कि इस बार मायावती का सन्ख्या बल कम हो जाये और बहुमत के लिये उनको निर्दलीय या छोटे दलों से सहयोग लेना पड़े /