महीना: दिसम्बर 2014

PAKISTAN IS AN ISOLATED STATE OF WORLD DUE TO TERRORISTIC NOURISHING ACTIVITIES ; पाकिस्तान सारी दुनिया मे एक आतन्क फैलाने वाला देश समझा जाने लगा है

अब यह पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है कि पाकिस्तान ही वह देश है जो  सारी दुनियां मे आतन्क फैलाने वाला मुल्क बन चुका है /   पाकिस्तान को  आज से कुछ साल पहले आतन्क फैलाने वाले देश के तौर पर शक की नजर से देखा जाता था / लेकिन दुनियां के  कुछ देशो के अन्दर हुयी आतन्की घटनाओ की जान्च  से यह  तो पता चल चुका है कि हो रही घटनाओ के पीछे के तार कही न कही पाकिस्तान से जुडे जरूर हैं /

पाकिस्तान के आतन्क को हमने सबसे ज्यादा झेला है और अभी तक झेल रहे है और आशन्का इस बात की शत प्रतिशत बलवती होती जा रही है कि आगे आने वाले सलो – दर – साल हालात इसी तरह से बने रहेन्गे और इस तरह की स्तिथि मे किसी तरह का बदलाव fraction of Millimeters  तक आगामी सैकड़ो साल तक नही होने के लक्षण लग रहे है /

पड़ोसी मुल्क  के लिये काश्मीर सबसे पहले है / इसके अलावा और कुछ नही है / पिछ्ले कई द्श्को  से  यही सब चला आ रहा है / सारी दुनिया मे पाकिस्तान कश्मीर के मामले को सभी देशो के आगे चिल्ला चुका है वह आगे भी भी हमेशा के लिये यही करता रहेगा /

कहावत है prevention is better than cure, हमे पाकिस्तान की तरफ से सबसे बड़ी सतर्कता के साथ उसकी चालो  की तरफ निगाह रखते  हुये भारत के विकास की तरफ रुख क्रना चाहिये और  महाशक्ति बनने के dreams की ओर पूरे जोर शोर के साथ बढना चाहिये और अपने देश के   नागरिको को इस ओर  ढालना होगा / पड़ोस का मुल्क हमारे लिये permanent दुश्मन बन गया है / इसे सभी जानते है / सभी इसे जानते है और इसमे कुछ भी नया नही है /

हमे क्या करना चाहिये यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है

१- पाकिस्तान की तरफ से भारत को आन्ख मून्द लेनी चाहिये कि वहा क्या हो रहा है  / पाकिस्तान की जनता को क्या करना है और किस तरह की पालिसी maintain  करे यह उनका काम है / पाकिस्तान  देश के नेता  देश की  जन्ता के लिये क्या कर्ना चाहते है यह उनका नदरूनी मामला है /

२-  प्रधान मन्त्री    मोदी ने काठ मान्डु सार्क समिट मे यह कहकर पाकिस्तान को स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि वह साथ मे चलना चाहता है या नही / यह सोचना उनका काम है

३- पाकिस्तान के  अन्दर कुछ ऐसे समझदार intellectuals  है जो पाकिस्तान के लोगो के बारे मे  और हालात के बारे मे   बयान करते है / इन्हे मै youtube.com पर कभी कभी सुन्ता हू / इनमे  श्री    हसन निसार साहब और  श्री  नजम  सेठी जैसे लोग है जिनकी तकरीर सुनकर पाकिस्तान के अन्र्दर के हालात पता चलते है कि य्ह देश क्या  समझ कर  महान कायदे आजम आदरणीय मोहम्मद अली जिनाह साहब  की अगुवाई मे  बान्टा गया था?

३- पाकिस्तान मे कुछ सरकारी सहायता प्राप्त  ऐसे भी चमचे नेता है जो बेहद जाहिल और बेवकूफ किस्म के है जो सिर्फ तकरीर करके मजाक का पात्र बन गये है इनमे जनाब जैद हमीद है / मै इनकी तकरीर बहुत ध्यान से सुनता हू क्योन्कि जहिलो और बेवकूफो की बातो मे जो तकरार करने और बातो को घुमा कर पेश करने की क्षमता है उसे मै सुनकर बहुत enjoy  करता हू क्योन्कि इनका एक अलग ही रूप और  नजरिया होता है / हलान्कि मै स्वयम इसे किसी भी तरह की गम्भीरता या सन्जीदगि से कभी भी नही लेता और  न इसे लेकर बुरा मानता हूं / जनाब  जैद हमीद साहब ्लाल टोपी पहन कर जब तकरार करते है तो सुनकर सिवाय हन्सी के और कुछ भी प्रतिक्रिया नही होती है /  ऐसे सरकारी विदूषक  पाकिस्तान मे ही मिल सकते है / मुझे यह भी पता चला कि जनाब जैद हामिद साहब को पाकिस्तान की फौज और ISI  का वित्त पोषित कारकुन यानी कार्य करता माना जाता है / स्वाभाविक है  ” जिसका माल  खायेन्गे,उसका गाल बजायेन्गे” 

४- पाकिस्तान एक अनिश्चित राजनीतिक स्तिथि वाला देश बन गया है जहा न उसका कोई मुकम्मल सम्विधान है / जब सम्विधान ही नही है तो फिर देश चलेगा कैसे / बुनियाद ही नही है और लिखा पढी मे देश को चलाने के लिये कायदे कानून ही नही है तो हवा मे तीर चलाने ही होन्गे / बटवारे के बाद विरासत मे मिले अन्ग्रेजो के कानून से ही देश चलाया जा रहा है / पाकिस्तान के नेताओ ने इसमे कुछ भी इजाफा नही किया है / हालात ऐसे होन्गे तो देश कौन चलायेगा यही स्पष्ट नही है / पाकिस्तान की फौज ही हर तरह का इलाज समझा जा रहा है तो यही होगा जो वहा हो रहा है / जैसा कि वहा के पत्रकार और मीडिया बताते है वही एक सूचना का सोर्स औरinternet  के जरिये जो भी सूचना मिलती है या पाकिस्तान के  TV Channels  दिखाते  है     या )NLINE NEWS PAPERS     यही सोर्स सूचना के है / इनसे  मिले हुये सूचना के आधार पर देखकर और सुनकर तो यही लगता है कि पाकिस्तान के अन्दरूनी हालात बहुत खराब है और लोग निराशा से भरा हुआ जीवन जी रहे है /फौज तो पाकिस्तान मे सबसे पहले है बाकी सब बाद मे है /  पाकिस्तानी  प्रजातन्त्र  को  तो प्रजातन्त्र का मजाक कहना चाहिये / जम्हूरियत नही होगी तो  देश क्या चलेगा /  पाकिस्तान मे शाशन करने करने के लिये यही कहा जा सकता है  कि ” जिसकी लाठी उसकी भैन्स ,भर लो जन्ता का सब कैश” /

5- दिन पर दिन पाकिस्तान की हालत बद से बदतर होती जा रही है / सारी दुनिया मे इसे आतन्क वाद पैदा करने की फैक्ट्री समझा जा रहा है /  पाकिस्तान के हर क्षेत्र मे भारी गिरावट आने की कूछ सालो मे बहुत बड़ी समभावना ह / ऐसे मे खीझ्हा हुआ पाकिस्तान और उसके नेता अपनी नाकमयाबी का ठीकरा भारत पर ही फोड़ेगा ताकि अपनी स्मस्याओ से ध्यान बन्टाकर अप्ने देश की जनता को उल्लू बनाकर उसे कुछ न कुछ तो बहाना चाहिये / जिस तरह वहां कि जनता का महुल बन रहा है उससे मुझे पाकिस्तान के लिये बड़े खतरे का आगाज नजर आ रहा है / अगर पाकिस्तान अपने को बचाना चाहता है तो वह सबसे पहले अप्ने दो राज्यो को समभाले जिनमे बलोचिस्तान और नार्थ फ्रन्टियर है / हालात इन दोनो राज्यो के बहुत खराब है / लिहाजा पाकिस्तान को सबसे पहले अपने देश की सीमाओ को महफूज रखने की मशक्क्त सबसे पहले करे /

अपने देश भारत को क्या कर्ना चाहिये /

१- पाकिस्तान से सटी हुयी सारी सीमाओ को जितना अधिक से अधिक सुरक्षित किया जा स्कता है यह सबसे पहले करने की जरूरत है ताकि किसी किस्म की घुस पैठ ZERO PERCENT   पर आ जाये / थल और समुद्री सीमा मे  ZERO PERCENT   घुस पैठ को रोकना होगा चाहे यह जैसे भी हो और जिस तरह से हो /

२- हमारा पहला मिशन “विश्व गुरू” और “विश्व समाज मे सर्व श्रेष्ठ देश” के रूप मे जगह बनाने की होनी चाहिये / हमारे अन्दर क्षमता है और हम किसी से कम नही है , न बुध्धि बल मे ह्म किसी से कमजोर है , न हम किसी बल के आगे झुकने वाले मनसिकता के है , न हम किसी के आगे बिकने वाले है, न हम किसी के आगे नत मस्तक होने वाले है / ह्मारे अन्दर क्षमता है कि हम विश्व गुरू बने और अपने देश को सर्वश्रेश्ठ राष्ट्र के रूप मे परम वैभव की ओर ले जाने के लिये  बौध्धिक और शारीरिक और आर्थिक सन्साधनो से युक्त है / जब यह सब है तो हमे कोई   आगे बढने से     रोक भी नही स्कता / देश के नेत्रत्व को जब ऐसा सोचना होगा और अपने अन्दर ठोस सोच होगी तभी कुछ हासिल हो सकता है / आगे बढने का  हौसला खुद बढाइये और देश की जन्ता का भी बढाइये / जन्ता देश के नेताओ से यही अपेक्षा करती है /

३- विकाश शील देश अपने  देश को SCIENCE AND TECHNOLOGY   के बल पर आगे बढे है / बिना साइनस और तकनीक के विकास और और उच्च विकास यानी हाई तेक्नीक की तरफ बढना होगा / हमारे यहा सनसाधन भी है , इन्स्टीट्यूशन भी है , दिमाग भी है बस INFRASTRUCTURE set up करने की जरूरत है / इतन्बे बड़े बड़े राष्ट्रीय स्तर के शोध सन्सथान हमारे देश मे मौजूद है जिनसे जिस बात की अपेक्षा की जाती है कि ऐसे सन्स्थान देश को नयी ऊन्छाइयो तक अपने श्पोध कार्यो से आगे ले जायेन्गे उनका आउट्पुट एक्दम नगण्य सा है / देश के कुछ बडे शोध सन्सथानो को देखने के बाद मुझे लगा कि अधिकान्श शोध सन्स्थान सफेद हाथी की तरह है /

अपने देश मे विडम्बना यह है कि जो लोग शोध करने मे रुचि नही रखते वे शोध सन्स्थानो मे डटे हुये है और जो लोग शोध करना चाहते है उनको किसी तरह की सहायता नही मिलती / मै कुछ लोगो को जान्ता हू जिन्होने बहुत मुश्किल से मुश्किल स्तिथियो का सामना करके ऐसी शोध की है जिन्हे असम्भव समझा जाता था / लेकिन अब यह समभव हो ग्या/ लेकिन ऐसे लोगो को कोई भी सरकारी या सामाजिक प्रोत्साहन तक नही मिला / फिर भी ऐसे लोग अपने काम मे लगे हुये है / 

स्ररकार को चाहिये कि वह शोध सन्स्थानो के कार्यो को दुबारा रिव्यू करे और कार्य करने वाले साइन्टिस्टो और तेक्नोलाजिस्टो को जो सरकारी क्षेत्रो मे नही है उनको PPP MOdel  जैसा कोई स्कीम बनाकर सम्बन्धित करना चाहिये और ऐसे लोगो को मौका देना चाहिये जो कुछ करना चाहते है / 

४- पाकिस्तान और उसके नागरिक यह समझते है कि उनका देश एक एटमी ताकत है और इसका सहारा लेकर पाकिस्तान के नेता अपनी अकड़ का मजाहरा हमेशा किया करते है / पकिस्तान का आवाम और उनके नेता हमेशा अप्नी अकड़ – फू दिखाया करते है कि उनके पास एटम बम्ब है और उनकी तरफ अगर कोई बुरे इरादे से देखेगा तो वे अपनी एटमी ताकत का भरोसा करके धमकी देने वाले से निपट लेगा / 

मुझे नही लगता कि पाकिस्तान के पास सिवाय किसी अकड़-फूं के कुछ है भी ??? मुझे शक लगता है कि पाकिस्तान के पास किसी किस्म का एटम बम्ब बनाने का infrastructure  मौजूद है ???? पाकिस्तान ने हमेशा “कही का ईन्ट और कहीं का रोड़ा, भानुमती का कुनबा जोड़ा” वाली कहावत का भरोसा करके जुगाड़ करके एटम बम्ब बनाये है जो कई देशो से technology  चुराकर सिर्फ इस उद्देश्य के साथ फोड़े गये होन्गे कि भारत को बराबर का जवाब देना है कि हम भी कम नही हैं / मुझे लगता है कि जब सोवियत सन्घ का  विघटन होना शुरू हुआ तो सन्घ देशो के  के परमाणु वैग्यानिक भूखे मरने लगे / ऐसे समय मे इस्लामिक देशो ने पैसा देकर इन वैग्यानिको से एटम बम्ब बनाने के तरीके हासिल किये जो इन मजबूर और भूखे मर रहे वैग्यानिको ने मरता क्या न करता वाली स्तिथियो मे इन पैसे देने वाले लोगो को दिया /

एक बात और है जो सबसे बड़ी और  अहम है कि एटम बम बनाना कोई सरल काम नही है /इसके लिये super class  के वैग्यानिक चाहिये ????? सवाल यह है कि पाकिस्तान ने ऐसा कौन सा SCIENTIST  पैदा कर दिया है जो एटम बम्ब बना सके ????? इसके लिये उसके पास कोई टीम भी नही है ?????? यूरेनियम सम्वर्ध के लिये समय चाहिये और यूरेनियम भी / यह सब उसके पास है नही / बिना इसके एटम बम्ब बन नही सकता है / सवाल यह है कि पाकिस्तान किस बात को लेकर हमे एटमी ताकत का बार बार याद दिलाता है जब कि हमने एक बार भी यह नही कहा है या हमारे देश के नेताओ ने नाम भी नही लिया होगा कि वे एटमी ताकत रकह्ते है /

मुझे तो यह लगता है कि पाकिस्तान अनदर से डरा हुआ है तभी वह एटम बम्ब का नाम लेकर अपने मन को दिलासा दे रहा है कि उसका मनोबल ताकत्वर बना रहे और एटम बम्ब की आड़ लेकर अपने देश के लोगो को दिलासा देता रहे कि उसे कम न समझा जाये / यह भी जोडना चाहून्गा कि एटम बम्ब बनाने मे करोड़ो रूपये खर्चा होते है और पाकिस्तान की आर्थिक स्तिथि बेहद  खराब है / इसके साथ दुनिया का कोई भी देश यह नही चाहेगा कि पाकिस्तान जैसे आतन्कवाद फैलाने वाले देश के पास इस तरह का कोई हथियार बनाने का कोई प्रयास किया जाये / अनतर राश्ट्रीय बिरादरी इस तरह और इस उद्देश्य के लिये किये जाने वाले किसी भी प्रयास का डटकर विरोध करेगी और पाकिस्तान इस मामले मे मुह की खायेगा /

५-  आनदरूनी हालात पाकिस्तान के बहुत अच्छे नही खा जा स्कता है / भारत को पाकिस्तान के किसी भी भरोसे का विश्वा कतई नही करना चाहेगा / यह हमे बड़ा भाई कहते है / भारत इन्का बड़ा भाई कैसे हो गया    ??????  ये एक दिन पहले पैदा हुये थे  यानी १४ अगस्त १९४७ को और हमारा देश १५ अगस्त १९४७ को / पाकिस्तान एक दिन पहले पैदा हुआ है इसलिये वह हमसे बड़ा हुआ है और हम एक दिन बाद पिदा हुये इसलिये पाकिस्तान से एक दिन हम तो छोटे है ???? फिर पाकिस्तान हम्को क्यो कहता है कि हम बड़े भाई है /

पाकिस्तान से बचने की जरूरत है

  • इस देश पर भरोसा मत करे
  • पाकिस्तान मे कौन सी सरकार है ?
  • पाकिस्तान कभी नही सुधरेगा और न भविष्य मे उसके सुधरने के लक्षण लग रहे है / वहां की सरकार    भी  सुधरने  वाला नही है इसलिये हमे ऐसी पालिसी और कूटनीति और future map  बनाकर आगे बढते रहना  चाहिये जिससे भारत अपना  लक्षय प्राप्त कर सकने की तरफ हमेशा अनवरत  दृढता के साथ आगे और आगे बढता रहे /
  • जब तक अनुकूल माहौल और सामान्य स्तिथिया कई महीनो तक भारत के समक्ष सामने आये तब ही कुछ कदम बढाना उचित होगा

अन्त मे यही कहना चाहून्गा कि हम अपनेदेश की जन्ता के लिये भविष्य मे कितना बेहतर से बेहतर कर सकते है वह करना चाहिये और यही एक प्रजा तान्त्रिक सरकार का धर्म है /