लेखक: chanakyaworld

I am a common man of India, residing in India and thinking for India.

बदला लेंनें के कुछ रास्ते

मोदी जी बदला लीजिये और छोड़िये नही, बदला छोटा हो या बड़ा, हमला करिये , जव नये समीकरण बनेंगे , तब नये सिरे से देश और दुनीयां को समझा जायेगा । देश आपके साथ है ।

वीडियो सुनिये ।

EMERGENCY DAYS ; VE KALE DIN

AJ MAI LAGABHAG 40 SAAL PAHALE EMERGENCY KI YAD KARATA HU TO MAN ANDAR SE GUSSE AUR CHCHOBH SE BHAR JATA HAI

PICHCHALI NAI DO PIDHIYO KO PATA HI NAHI HAI KI EMERGENCY ME KIS TARAHSE LOGO KI DURGAT KI GAYI

IS AUDIO ME SUNIYE

http://https://audiomack.com/embed/song/chanakyasansar/wav00019?background=1

https://audiomack.com/embed/song/chanakyasansar/wav00019?background=1

CHANAKYASANSAR ; TALK SHARE ; चाणक्य सन्सार ; वार्ताबंटन

चाणक्य द्वारा प्रसारित पोड्कास्ट सुनिये /

इस पोड्कास्ट मे कर्नाटक  से सम्बन्धित विचार दिये गये है /

http://%5Baudiomack background=”1″ src=”https://audiomack.com/embed/album/chanakyasansar/talkshare”%5D

https://audiomack.com/embed/album/chanakyasansar/talkshare?background=1

क्या गुजरात के विधान सभा चुनाव मे भारतीय जनता पार्टी हार जायेगी ? और क्या गुजरात मे कान्ग्रेस की सरकार बनेगी ? अगर कान्ग्रेस की सरकार बनती है तो यह कितने दिन चलेगी क्योन्कि इसको बनाने वाले पाटीदार और दलित और ओबीसी सभी अपनी अपनी कीमत वसूलेन्गे ? ऐसे मे कान्ग्रेस का क्या हाल होगा ?

यह सवाल और चर्चा सारे देश मे कौतूहल का विषय बन चुका है / अभी इलेक्शन शुरू नही हुये है और सरकारो के बाने या न बनने के समीकरण सामने आ गये है / कोई कहता है भाजपा हार जायेगी ? कोई कहता है कान्ग्रेस हार रही है और भाजपा जीत रही है / कोई कहता है राहुल गान्धी चमक गये और सारे देश मे छा गये और मोदी जी ढक्कन हो गये / कोई कहता है मोदी जी के दिनो की उल्टी गिनती शुरु हो गयी है ? कोई कहता है मोदी जी चुनावी जन्ग हार गये है /

इलेक्ट्रानिक मीडिया भी अपने को किसी अफलातून से कम नही समझ रही है , एक से एक अपने को तथा कथित चुनावी स्पेशलिस्ट पत्रकार पैनल मे आकर गुजरात मे कान्ग्रेस की सरकार बवाये दे रहे है और भाजपा को उखाड़ फेन्के दे रहे है / इलेक्ट्रानिक मीडिया अपनि अपनी दुकाने लेकर गुजरात जा रहे है किसी सड़्क के किनारे महफिल जमा ली और फिर वही से होने लगा प्रसारण / जो वोटर भी नही है उनसे राय ली जा रही है कि वे क्या चाहते है /

ज्यदातर लोग कुछ बातो पर ज्यादा ध्यान देते है और स्वाल करते है
१- महिलाओ पर अत्याचार और रेप जैसे केस
२- नवजवानो मे बेरोजगारी या बेरोजगारी का मुद्दा
३- महन्गायी / पेट्रोल के दाम बढने
४- जी०एस०टी०
५- भ्रस्टाचार
६- किसानो की आत्म हत्या

७- सिचाई के लिये बिजली का न मिलना
८- सड़क खराब होने की शिकायते
९- स्कूलो मे शिक्षा का मामला
१०- विकास हुआ अथवा नही हुआ अथवा कम हुआ
११- नोट बन्दी से पैदा हालात
१२- बैन्क खातो मे पैसा लाने और अन्य दूसरे कारण

१३- पीने के पानी का न होना / पुल न होना / नदियो पर पुल का न होना
१४- और अन्य दूसरे कारण जैसे आने जाने के साधन न होने / कृषि समर्थन मूल्य न मिलना

भाजपा के खिलाफ ऐसी मुहिम अचानक तेज हो जाने का क्या कारण हो सकता है ? अचानक इलेक्ट्रानिक मीडिया सक्रिय हो जाये और अति सक्रिय हो जाये / नौबत इस की हो गयी कि इन इलेक्ट्रानिक मीडिया के लोगो को अपनी ऒबीवैन ले जाना पड़े / जबकि इलेक्शन है नही / सारा देश तमाशा देख रहा है कि यह किस तरह की बेवकूफी की जा रही है /

यह सब हो रहा है और कौन कर रहा है और यह सब करने के लिये इतना पैसा कहा से खर्चा किया जा रहा है और कौन कर रहा है ? हर काम के लिये पैसा खर्चा होता है , लोगो को बुलाने के लिये उनको लाने के लिये आने जाने का पैसा उनको चाय पानी कराने का खर्चा कहा से आ रहा है और दे कौन रहा है /

मुझे इस सबके पीछे बड़ी कम्पनियों के मालिको यानी कारपोरेट सेक्टर की साजिश लग रही है क्योन्कि नोट बन्दी के बाद लगभग ढाई लाख मुखौटा कमपनिया जो फॆक बिजनेस कर रही थी , यह सब इसी ग्रुप का काम है / इन फेक कम्पनियो के दम पर सभी कार्पोरेट घरानो ने अपना दो नम्बर का पैसा काले से सफेद कर लिया /

इस बात का शक तभी होने लगा जब कान्ग्रेस ताल ठोन्क कर सामने फ्रन्ट फुट पर आ गयी कि जब १००० के जारी किये गये नोट का सारा पैसा ९९.९९ प्रतिशत वापस आ गया तो नोट बन्दी का फायदा क्या हुआ ? माना यही जा रहा था कि काला धन कान्ग्रेस समर्थित कारपोरेट घरानो के पास है और इसीलिये कान्ग्रेस नोट बन्दी को लेकर ज्यादा ही ऊचल फान्द मचाये हुये थी /

कारपोरेट घरानो की यही लाबी सक्रिय होकर भजपा को चारो खाने चित्त पटखनी देने की तैयरी कर रही है / क्योन्कि सबसे ज्यादा नुक्सान इन्ही का हो रहा है /

इसका कारण यह है कि मोदी जी ने एसी कुछ कम्पनियो के मालिको और उनका काम देखने वाले चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट्स को पकड़ कर सलखो के पीछे छोड़ दिया है / ये बौखलाये हुये है और इनकी सन्ख्या सबसे ज्यादा गुजरात और महा राष्ट्र मे है / ये लाबी भाजपा को सबक सिखाना चाहती है /

राहुल गान्धी खुद ही एक मोहरा इन कार्पोरेट कम्पनियो के बन चुके है / क्या कोई इससे इन्कार कर स्कता है कि राहुल के बहनोई राबर्ट बाद्रा खुद ही कार्पोरेट घराने मे शामिल हो चुके है / उनकी कम्पनी खुद ही भ्रस्टाचार के कारनामो मे लिप्त है जैसा कि हरयाणा की सरकार कर रही है /

इन्ही कारपोरेट घरानॊ ने पाटिदार और ओबीसी और दलित सभी को येन केन प्रकारेण जैसा कि मीडिया की रिपोर्ट आ रही है कि पैसो की बरसात कर दी गयी है कि किसी तरह से भारतीय जन्ता पार्ती को हराना है और कान्ग्रेस को लाना है /

इसका उद्देश्य साफ है कि कारपोरेट घराने मोदी के “”सख्त अर्थ सुधार नीति”” से घबरा गये है, क्योन्कि जिस तरह की नीति बनायी जा रही है उसमे बुनियादी भ्रष्टाचार जिन घरानो द्वारा किया जा रहा है वह नही हो पायेगा / भजपा को हराने के पीछे जड़ बुनियाद मे “”पैसा”” ्बचाने का चक्कर है /

आज की तारीख मे मै आपसे सबसे सवाल पूछता हू कि कोई एक ऐसा नेता बता दीजिये जो बिकाऊ न हो ? मै मोदी जी को इससे आग करता हू क्योन्कि उनके बारे मे काफी जानकारी है / वे आर०एस०एस० के प्रचारक रहे है और उनकी बैक-ग्राउन्ड से सभी परिचित है /

क्या हार्दिक पटॆल बिकाऊ नही है ? इनका साथ देने वाले नेता ओबीसी नेता और दलित नेता बिकाऊ नही है ? कान्ग्रेस इनके कन्धे पर बन्दूक रख कर अप्ना फायदा साध रही है / जिस दिन कान्ग्रेस का मकसद पूरा हो जायेगा , कान्ग्रेस के बडे नेता इन सबको लात मारकर बाहर कर देन्गे और इनको किसी को पूछेन्गे भी नही / कान्ग्रेस का इतिहास ऐसी बेईमानियो से भरा पड़ा है / क्या हुआ था जब दिल्ली मे बैठी मोरार जी देसाई की सरकार को सता से हटा दी गयी इन्दिरा गान्धी के अन्दर खाने इशारे पर उनके बेटे सन्जय गान्धी ने राज नारायण के साथ मिलकर साजिश रची और जनता पार्टी की सरकार को तीन सेकन्ड मे धाराशायी कर दिया / बाद इन्दिरा गान्धी और उनके साथियो ने लात मार कर राज नारायण को किनारे कर दिया और उनको पूछा तक नही /

कान्ग्रेस कहती है वह बहुत ईमान दार है / इन्दिरा जी के जमाने मे “”तुल्मोहन राम”” भ्रष्टाचार का केस सन्सद मे उठा था / स्टेट बैन्क दिल्ली सोहराब पैसे का केस / एयर इन्डिया का घोटाला से लेकर कोयला, २ जी स्कैम की एक लम्बी भ्रष्टाचार और देश की जनता का पैसा लूटने की श्रन्खला रही है / कान्ग्रेस का यही एक सिध्धान्त है कि वह जब सत्ता मे आती है तो सबसे कहती है कि आप भी खाइये और हमको भी खिलाइये और यह सिलसिला चला आ रहा है और आगे चलता रहेगा / जहा भी कान्ग्रेस की स्रकरे है यहि देखने मे मिलता है /

हर्दिक पटॆल जैसे नेता है जो कान्ग्रेस ट्रैप कर रही है / खुदा न खास्ता अगर कान्ग्रेस की सरकार गुजरात मे बन गयी तो इन नेताओ को बस इतना ही कहून्गा कि ” न खुदा ही मिलेगा और न विसाले सनम ही मिलेगा ”

 

 

 

 

चीन की हेकड़ी निकालना जरूरी है ? जब तक चीन की दुखती रग नही दबायी जायेगी तब तक यह मानेगा नही /

चीन फिर अपनी हेकड़ी और रन्गबाजी तथा ठसके बाजी पर उतर आया है / समय आ गया है कि चीन को उसकी औकात की लिमिट समझा दी जाय /

चीन की इस तरह की हेकड़ी और अकड़ फूं का मतलब बिलकुल साफ है / भारत के प्रधान मन्त्री जब से अमेरिका और इजराइल का दौरा करने के बाद जी २० देशों मे जिस तरह से भारत ने अपना दबदबा कायम रखा है उससे चीन अन्दर खाने कुछ न कुछ झल्लाया हुआ है / उसकी झल्लहट तब और बढ गयी है जबसे उसको यह पता चला है कि NSG  group  मे भारत बाइ पास करके सदस्य बनेगा / चीन की हेकड़ी और ऐण्ठ दिखाने की आदत है इसलिये वह जान बूझ् कर  और कुछ तो भारत के अन्दर  नही कर सकता है  इसलिये  उसे और कुछ जब नही मिला तो सीमा पर बवाल काटने का एक मौका ही मिल गया है / खुराफात करने के लिये कूच न कुछ बहाना तो होना ही चाहिये चाहे वह कुछ भी हो /

क्या क्या हो सकता है , अब इस पर विचार करने की जरूरत है /

१- चीन अपनी मिलीटरी के बल पर सड़्क बना रहा है / हमे भी जवाबी कार्यवाही कर्ना चाहिये और इस्की काट कैसे हो यह सोचना चाहिये / हमारे पास बहुत कुछ करने के लिये है / लेकिन इसमे भूटान को भी वही सहयोग करना होगा जो भारत चाहता हो /

२- हमे तिब्ब्त को नही भूलना चाहिये / तिब्बत की एक्साइल सरकार हमारे यहा है / उनके नेता हमारे यहा है / तिब्ब्त पर चीन ने जबरन कब्जा किया हुआ है / आज न सही कल तिब्ब्त की आजादी के लिये जन्ग तो लड़नी ही पडेगी जैसे बान्गला देश से लड़ी गयी है / इसमे भले ही हमारी सेनाओं के साथ तिब्बत की स्वतन्त्रता के लिये मित्र राष्ट्रों की सेनाओ  की  भी जरूरत पडे़ लेकिन यह काम मूल रूप मे हमे ही करना होगा /

३- अगर चीन कहता है कि हम काश्मीर मे दखल देन्गे तो हमे भी पूरा अधिकार है कि हम कहे कि अगर चीन दकह्ल देगा तो हम तिब्ब्त के लिये जवाब मे वैसा ही करेन्गे /

४- चीन मे कम्युनिश्टो का शाशन है / वहा  प्रजा तन्त्र  यानी डेमोक्रेसी नही है / चीन का एक बहुत बड़ा समाज और एक बहुत बड़ी जन्सन्खय यह  चाहता है कि  वहां प्रजातन्त्र की स्थापना हो / चीन की मौजूदा सरकार ऐसा नही चाहती  है / तियानमेन स्क्वायर पर कुछ साल पहले प्रजातन्त्र को लेकर बहुत मार काट मच चुकी है जिसे सर्कार ने बेरहमी से कुचल दिया था / यह आग अभी चीन के प्रजातन्त्र प्रेमियों मे अभी भी जिन्दा है /

चीन अगर तीन पान्च करे तो इस आग को भड़्का देने का कार्यक्रम सभी तरह के प्रचार माध्यमो के जरिये शुरू कर देना चाहिये / भारत मे प्रजा तन्त्र है और इसका फायदा हमे मिलेगा /

५- चीन मे मुसलमान बड़ी सन्ख्या मे है / भारत के मुसल्मनों को चीन के खिलाफ प्रजातन्त्र लाने के लिये तैयार करना चाहिये / भारत के मुसलमान चीन के मुसलमानो को समझाये कि कम्युनिश्ट शाशन उनके लिये कितना और किस तरह से खतरनाक है / मुसलमानों को धार्मिक स्वतन्त्रता चीन मे नही है . जिस तरह की धार्मिक स्वतन्त्रता मुसलमानों को भारत मे प्राप्त है वैसा किसी भी देश मे नही है / चीन के मुसलमानो को बर्गलाने का कार्य क्रम कैसा होना चाहिये यह समझने की बात है और इसे कार्य रूप  देना चाहिये /

६- हान्गकान्ग  चीन का हिस्सा है / पहले यह  ब्रिटिश शासन के हाथ मे था अब यह ट्रान्सअर होकर चीन के पास चला गया है / यहा पचास साल के लिये डेमोक्रेसी का वादा ब्रिटिश सरकार ने किया था / धीरे धीरे यह समय सीमा आ रही है / खतरा इस बात का है कि यहा फिर से साम्यवादी शासन वपस न लागू हो जाय / यह प्रजातन्त्र के लिये बहुत हानिकारक होगा और चीन की विस्तार वादी नीति को बल मिलेगा / हान्ग्कान्ग के लिये सारी दुनिया को सोचना होगा इसमे भारत का रोल महत्व पूर्ण होगा /

७- तिब्बत के अन्दर भारत का दखल “छद्म नीति” के जरिये हो सकता है / मै इसका खुलासा नही कर सकता हू / इशारे के लिये इतना काफी है कि  एक देश दूसरे देश के अन्दर किस तरह  घुसपैठ करके  खुराफात पैदा कर सकता है वही रास्ता अपनाना होगा / तिब्ब्त के नौजवान निर्वासित सरकार के रूप मे हमारे यहां मौजूद है / जब तिब्बत के ऐसे नवजवान तिब्बत की स्वतन्त्रता के लिये  हमारे देश मे  आत्मदाह करने पर उतारू है तो इससे अच्छा यही है कि इनको स्वतन्त्रता सेनानी बनाया जाय /  अब यह कैसे होगा इसका खुलासा मै नही करना चाहता हूं /

८- १५ अगस्त आ रही है / लाल किले से प्रधान मन्त्री फिर हुन्कार भरें और चेतावनी दें पडोसियों को और सारे देश को  और सारी दुनिया को भी कि भारत “सबका बास और सबका विनाश” की नीति पर नही चलना चाहता है बल्कि भारत चाहता है कि “सबका साथ और सबका विकास” हो और दुनिया समृध्ध हो /

“सबका बास और सबका विनाश” तो मुस्लिम देश  के आतन्की  और अमेरिका की आइडियोलाजी ही कर सकती है  क्योन्कि यह डिस्ट्रक्टिव सोच है , यह टकराव की सोच है और यह सोच विनाश की सोच है / कान्स्ट्रक्टिव सोच तो “सबका साथ और सबका विकास” ही हो सकती है / इससे दुनिया मे अमन और चैन का रास्ता बनेगा /

 

 

किसानो के बवाल के पीछे कान्ग्रेस जैसे राजनीतिक दलो के नेताओ के साथ साथ इस देश के ”इलेक्ट्रानिक न्यूज चैनेल्स” भी आग लगाने मे जिम्मेदार है ??

मैने अपने किसी पिछले पोस्ट मे इलेक्ट्रानिक चैनेल्स के बारे मे लिखा था कि ये इलेक्ट्रानिक न्यूज चैनेल्स किसी दिन इस देश को freedom of speech के नाम पर बर्बादी के कगार पर ले जायेन्गे या ऐसा माहौल पैदा करेन्गे कि देश तबाही की ओर जाये /

यह सच भी दिख रहा है / मध्य प्रदेश के अलावा अन्य दूसरे राज्यों  मे जिस तरह से आग भड़्काई गयी है उसमे न्यूज चैनेल्स का भी हाथ है / मै सभी न्यूज चैनेल्स देख रहा था उनमे से किसी ने भी इस बात की सच्चाई लाने की  और बताने की कोशिश नही की कि मामला वाकई मे और असलियत मे क्या था ? गोली चल गयी किसान मर गये यह सब भड़्काने वाली खबरे सारे चैनल्स दे रहे थे / बार बार जले हुये वाहन और मारकाट का माहौल लोग देख रहे थे / अधिकारी मारे जा रहे थे लेकिन कोई भी चैनल सही बात और असली बात कोई भी चैनेल नही बता रहा था / जबकि सभी चैनलो के सम्वाददाता वहा मौजूद थे /

इस तरह की पत्रकारिता बहुत खतरनाक है और देश विरोधी है / मैने अपने पत्रकारिता के समय मे बहुत बार अन्दोलनो की कवरेज की है / मै कैमरामैन होने के साथ साथ समाचारो का सन्ग्रह भी करता था / आन्दोलनो की समाचार कवरिन्ग  के साथ साथ तस्वीरें लेता था और आन्दोलनकारियो तथा  लोगो के बीच मे जाकर उनकी बात समझता था / चाहे कर्फ्यू लगा हो और कही भी किसी को जाने की अनुमति न हो वहां भी जाता था , लोगो से मिलता था उनके मन की बात टटॊलता था और किस तरह से शान्ति हो जाये इसका प्रयास करता था /  जहा अधिकारी मिल जाते थे उनको फीड बैक देता था कि कहां क्या हो रहा है और उन्हे क्या कर्ना चाहिये /कानपुर  जैसे  औद्योगिक शहर मे हर साल दन्गा फसाद हुआ क्रता था / डुसरे जिलो मे जाकर कवरेज करता था जो बहुत सेन्सिटिव इलाके माने जाते थे वहा जाकर स्तिथि सम्भालने के लिये शासन और प्रशासन की मदद करता था / चुनाव के समय मे बहुत बार बूथ कैप्चरिन्ग होने की स्तिथि मे बवाल होने से पहले मैने अधिकारियो को फीड बैक देकर बड़े होने वाले हादसों  से और बड़ी घटनाओ के होब्ने से पहले ही स्तिथि सम्भलने मे शासन और प्रशाशन की मदद की ताकि  जनता सुरक्ष्त रहे और  बड़ा खून खराबा न हो / हमारे समय मे कान्स्ट्रक्टिव पत्रकारिता का माहौल था /  हमारे साथी बहुत ईमान्दारी के साथ कवरेज का खुलासा करते थे और एक निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार करके जन्ता के सामने लाते थे जिसे पढकर और देखकर सभी सराहना करते थे कि बैलेन्स रिपोर्टिन्ग हुयी है / लेकिन उस समय इस तरह के न्यूज चैनेल्स नही थे और न इस तरह की पत्रकारिता थी जैसी कि आज है कि आग मे और घी डाल दो /

इस देश के जिम्मेदार लोगो को सोचना होगा और विचार करना होगा  कि  freedom of speech  की कोई लिमिट हो या इसे बेलगाम बिना किसी रोक टोक के बनाये रखना चाहिये / जिस तरह से अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश विरोधी तत्वो को शह मिल रही है वह बहुत खतरनाक है और इसे रोकना चाहिये / देश के हितो के खिलाफ कुछ भी कहा जाये, आन्दोलन के नाम पर जनता को तकलीफ दी जाय , जनता की प्रापर्टी लूत ली जाय , आग लगा दी जाय, गुन्डागर्दी की जाय , जिनका कोई लेना देना नही होता है उन सब को मारा जाय, गुन्डागर्दी की जाय , अराजकता फैलायी जाय फिर उसके बाद इन सब पर राजनीतिक दलों द्वारा राज्नीति की जाय / दुश्मनो के देश को जिन्दाबाद कहकर नारे लगाये जाय वह भी सार्वजनिक / यह किस तरह की बोलने की आजादी है / यह बोलने की आजदी नही बोलने की अराजकता है और बोलने की गुन्डागर्दी है / देश के सम्मानित लोगो को और सम्मनित नेताओ को गाली गलौज से सरे आम  और खुले आम नवाजा जाय . यह किस तरह की अभिव्यक्ति की स्वतत्रता है /

यह सीधे सीधे अ्रराजकता है और गुन्डागर्दी है / प्रजातन्त्र है तो इसका मतलब यह नही कि गुन्डागर्दी की जाय /

किसी भी न्यूज चैनल ने सही बात बताने की जहमत नही उठायी उल्टे आग और कैसे भड़्कायी जाय इसका इन्तजाम यही इलेक्टरानिक न्यूज चैनल्स करते रहे / यह शर्म की बात है पत्रकारों के लिये / यह एक तरह की डिस्ट्रूक्टिव पत्रकारिता है / हम सभी डिस्ट्रक्शन की तरफ जा रहे है / इसे सम्भालना होगा /

विदेशो मे और सम्पूर्ण विश्व मे बोलने की आजादी की इतनी छूट किसी भी देश मे नही है / सभी जगह कुछ न कुछ प्रतिबन्ध जरूर है / भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जहा जबान पर लगाम नही है और जो जैसा चाहे बोल सकता है / ऐसी खुली छूट का मतलब अराजकता है और इसे किसी न किसी तरह से  रोकने की जरूरत है /

PAKISTAN KA BAHUT KHARAB HAL HOGA, AGARCHE I.C.J. ME JATA HAI ? PAKISTAN KO KULBHUSHAN KE CASE ME HAR BAT AUR CHCHOTI SE CHCHOTI BAT BHI BATANA HOGA AUR UN SABHI SAVALO KE JAVAB DENE HONGE JO USASE PUCHCHE JAYENGE ; PAKISTAN KI ”KANGARU COURT” KI ”SURGERY” KARANE KAA YAH SAHI MAUKA HOGA ??

PAKISTAN ab Kulbhusan yadv ke mamale me ane vale dino me bahut buri tarah se phasane vala hai , Pakistan ki sarakar ko ek ek bat ka javab dena hoga jo usase International Court of Justice me puchche jayenge

Mai 14 sal ki umar se mukadamo ki pairavi lower adalat se lekar Supreme court tak kar chuka hu, mai vakil to nahi hu lekin pairavi karane ka mujhe anhbhav hai aur adalato me dalile sunane ka hazaro bar mauka mila hai

mai apane anubhav se yah observe karata hu kyonki yah mamala sajaye maut se juda hai aur ek adami ki jindagi ka saval hai;

1- Pakistan ki military court ne kulbhusan ko jis tarah se saja di hai usaka sari proceedings ICJ mang sakati hai

2- Pakistan ki court ke sare kagajat aur sabut jo unake pas hai ve sabhi dikhane honge ki unake jidge ne kaise man liya aur kis sabuto ke adhar par kulbhusan ko saja di gayi hai

3- Pakistan se ICJ yah mang sakati hai ki unhone Kulbhusan jadhav ko kis tarh, kaise, palkada aur usaki kaha kaha likha padhi huyi hai yani girphtari ke sare sabut aur likha padhi deni hogi

4- Pakistan ko batana padega ki Kulbhusan ko unhone kaise pahachana ki vah ek jasusu hai

5- Pakistan ko batana padega ki girphtari ke bad unhone bharat ki srakar ko kyo nahi bataya

6- isake alava dusari saikado bate hai jinaka javab pakistan ko dena hoga

7- ICJ pakistan se us file ko dekhane ke liye mang sakati hai aue ve sare file ke kagajat mag sakati hai aur ve sari karya vahi ko mang sakati hai jo kulbhusan jadhav ke case se sambandjit ho sakate hai

8- Jis tarah ke sabut pakistan de raha hai unako kisi bhi desh ki sarakar manyata nahi deti / jis tarah ka video pakistan dikha raha hai vah custody me record kiya gaya hai aise bayan ko koi bhi ahamiyat nahi hai aur ise kisi tarah ki recognition nahi mil sakati hai

9- jis tarah ke passport ki bat pakistan kah raha hai vah fake bhi banaya ja sakata hai isaliye in sabuto ki koi bhi credibility nahi hai

10- pakistan ne yah man liya hai ki kulbhusan jadhav bharatiy nagarik hai aur bharat ne bhi man liya hai ki kulbhusan usaka nagarik hai, yah man lena hi sabase pukhta sabut hai ki isake bare me sarakar ko kyo nahi bataya gaya

11- pakistan se koi yudhdha nahi ho raha hai aur aisi koi emergency nahi thi ki use anan phanan me saja de di jaye, jaisa pakistan bata raha hai yah , aisa masla aur trial civil adalat me chalana chahiye tha military court se isaka koi talluk nahi hai yah civilian mamala hai aur civilian court me chalana chahiye tha pakistan ka kya javab hopga is bare me kuchch kaha nhi ja skata hai

12- kulbhusan ke trial me bahut si khamiyan nikalengei kyonki pakistan ne bahut si galatiya ki hongi

13- pakistan ki police ya pakistan ki intelligence yapakistan ki kis agency ne kulbhusan ko pakada hai isake bare me bahut tafasil se batana hoga

14- pakistan ko karan batana hoga aur har bat ka javab dena hoga , jyada javabdehi pakistan ki hogi, pakistan ki parliament me diye gaye bayan ki minute copy bhi ICJ mang skata hai jisame bayan kiya gaya hai ki unake pas kulbhusan ke khilaf koi sabut nahi hai

15- ”havious carpus” ke antaragat bharat yah mang kar sakata hai ki use kulbhusan ko is adalat me pesh karaya jay aur usake pesh hone par international jury ke judges dvaraa  usase puchchtachch ki jaye ki asal mamla kya hai ?

16- bharat yah kah sakata hai ki Interpole ko is mamale ki janch ke liye ek team banakar isaki dubara janch ki jaye aur yah pata kiya jaye ki pakistan se kulbhusan ko kaha se aur kaise pakada hai

17- pakistan ki kangaru kort ki karyavahi ki puri tafasil mangi ja sakati hai

aisi hazaro bato ka javab pakistan ko dena hoga aur vah isase bach nahi payega, kyonki mamla chorichchipe aur bina janakari ke chalaya gaya hai isaliye aise fake mamalo ke liye ICJ kuchch bhi puchch sakata hai /bharat ke vakil pakistan se chchoti si chchoti bat puchch sakate hai / isame pacaho aur saikado lapete hai jinake chakkar me pakistan phas gaya hai

pakistan ko samajhan chahiye ki vah sari duniya ko bevakuf nahi bana sakata hai / pakistan ki rajdhani Isalamabad me sabhi desho ke numainde rahate hai ve apani sarakaro ko rojana report karate hai , sari duniya ke desho ko pata hai ki vaha kya ho raha hai , pakistan ko yah nahi bhulana chahiye ki vah kuchch bhi chchipa nahi sakata hai

sari duniya ko pata hai ki OSAMA BIN LADEN ki vajh se sari duniya atankavd se pareshan hai aur sari duniya me khauf hai / Osama pakistan me mila tha dusare atankavadi bhi vahi ho sakate hai isaliye sari duniya ke logo ko pakistan se koi sahanubhuti nahi hai ulate agar isi tarah pakistan ki Fauj aisa hi karati rahi to pakistan ka to phir ishvar hi malik hai

mera pakistan ko yahi sujhav hai ki ;

1- Takarav ka rasta chchodiye aur thodi namrata laiye / thoda jhukane se apki ijjat par kisi tarah ka batta nahi lagega

2- akadane se koi kam nahi banega ulate bigad aur paida ho jayenge

3- jadhav ke parivar ke logo se ya unake ma bap patni ko humanitarian ground par milane ka mauka dena chahiye

4- Jadhav ke bare me Pakistan ki sarkar ko sari duniya ko batana chahiye ki vah kis hal me hai isase pakistan ki sincerity ka pata chalega

5- kulbhusan ke ma bap ya patni ko milane dene ki shuruat karane se yaha se pakistan apni shuruat kar sakata hai isake liye vah yah kah sakata hai ki vah bina shart ke humanitarian ground par kulbhusan ke parivar se milane de raha hai

6- kahi se shuruat karane ke liye ek rasta banan hoga aur akadbaji se kam nahi chalega

7- pakistan agarche ICJ ki bat nahi manega to use phir sari duniya se alag thalag hone ke liye taiyar rahana chahiye vah keval china ke saath hi kab tak rah sakega yah koi nahi janta hai kyonki china pakistan ko hamesha gale nahi laga sakata yah politics hai yah koi bhi desh permanent na to dushaman hota hai aur na dost yah bat pakistan ko samajhana chahiye

8- khuda na khasta agrche pakistan ko kisi masale ke liye ICJ me jana pada kisi dusare masayal ke hal ke liye aur agar pakistan kulbhusan case me di gayi bato ko nahi manega to usaki sunavayi kahi par bhi nahi hogi ulate usake upar monetari sancation aur dusare sancations jari ho jayenge, isaliye pakistan ko apani chchichchaledar se bachane ke liye ICJ ki batayi gayi bato par fauran amal karane ki shuruat kar deni chahiye

 

 

 

 

 

 

 

 

अगर पाकिस्तान मे जाधव को फान्सी की सजा दी जाती है तो भारत सरकार को फौरन पाकिस्तान के हिस्से वाले काश्मीर पर फौजी हमला करके अपने हिस्से मे मिला लेना चाहिये / पाकिस्तान सुधरने वाला नही है / रोज रोज के झन्झट से अच्छा है कि एक बार मे ही फैसला कर लिया जाय / मोदी जी आप आगे आइये, इतिहास रच दीजिये / सारा देश आपके साथ है /

हमारे देश के नागरिक को जिस तरह से पाकिस्तान की फौजी सरकार ने फान्सी की सजा सुनायी है , उससे सारे देश मे उबाल आ गया है /  देश का हर नागरिक अब नही चाहता कि पाकिस्तान जैसा देश हमको आन्ख दिखाये / बात बात मे आन्ख दिखाने वाला पाक्सितान हमको डराता रहता है कि हम बम मार देन्गे , हम यह कर देन्गे, हम वह कर देन्गे /

अब तक जितनी सरकारे आयी सबने पाक्सितान के सामने नत मस्तक होकर पकिस्तान की हर बात मानते रहे है और अपने वोट बैन्क को खुश करते रहे है , उइस कारण से पाकिस्तान का दुस्साहस बढता चला गया / जिस देश की औकात हमारे सामने नही टिकती वह हमे आन्ख दिखा रहा है और हमको धमका रहा है /

क्या हम इतने गये गुजरे हो गये कि पाकिस्तान जैसे देश हमे आन्खे दिखाते रहे और हम चुप बैठे रहे /

अब दो टुक बात होनी चाहिये / सरकार को दो टूक लहजे मे कह देना चाहिये कि अगर हमारे नागरिक को फन्न्सी कि सजा दी गयी तो इसके गम्भीर परिणाम पाकिस्तान को भुगतने होन्गे और वह भी काश्मीर को गवान्कर /

मौका बहुत अच्छा है / जैसे ही पाकिस्तान जाधव को फन्सी पर चढाये, भारत को अपनी सेना एल०ओ०सी० पार करके बाकी बचे काश्मीर के हिस्से को अपने मे मिला लेना चाहिये / काश्मीर की समस्या का यह सबसे बढिया सोलूशन है /

जो होगा बाद मे देखा जयेगा / हम इतने कमजोर नही है कि कोई हमे निगल जाये / पाकिस्तान को औकात बताना बहुत जरूरी है / जो जीतता है वही सिकन्दर होता है /

lekin aisa lagataa nahi hai ki pakistan phansi jaisi koi saja kulbhusan ko dega, isaka sabase bada karaN yah hai ki pakistan janata hai aur andarkhane se dara huaa hai  ki  khuda na khastaa india ne koi hakikat me bada step liya to vah kya karega vah khud nahi samajh pa raha hai ki vah kare to kya kare

paksitan ne kai galatiya kar di hai jisaka khamiyaja usako bhugatana padega

1- kulbhusan yadav ke trial ke bare me koi suchan kisi bhi sarakari mahakame ko nahi di gayi hai

2- bharat ke rajdut ko bhi ya kisi any desh ke rajdut ko bhi yah suchana nahi di gayi ki unaki sainy adalat me kisi kism ki koi karyavahi ho rahi hai

3- bar bar anurodh kiye jane ke bad bhi pakistan ki srakar ne kul bhusan jadhav ke bare me koi suchana nahi di ha

4- kulbhusan ka ata pata nahi hai aur vah kis halat me hai  aur kaha par hai yah bhi sari duniya aur desh ke logo ko pata nahi hai  ko pata nahi hai

5-  jis tarah ke sabut jutaye gaye hai ve kaphi nakaphi hai aur is tarah ke trial ke liye bahut pukhta sbuto ki jarurat hoti hai

6- trial me kisi tarah ki transparency nahi hai sab chori chchipe hua hai aur jabardasti phansi ki saja di gayi hai

7- ise phake trial samajahana chahiye aur yah desh aur duniya ko bevakif banane ke alava aur kuchch bhi nahi hai

8- paksitan me pakade gaye jasuso ka hal batata hai ki kisi ko bhi phansi ki saja nahi di gayi aur na unako phansi par latakaya gaya hai jabaki unako phansi ki saja di ja chuki thi

9- pakistan janata hai ki agar usane phansi di to usako antarastriy biradari me alag thalag ho jana hoga isaka matalab yah hai ki arthik aur dusare binduo par usako duniya se kisi tarah ke support me kami ayegi

10- kuchch aur bate hai jinhe yaha discuss karana thik nahi hoga, lekin mujhe lagata hai ki kutanitik aur rajnitik dbav aur saudebaazi karake is masale ko nipataya jaa sakata hai  udaharan ke liye hamare yaha pakade gaye pakistaniyo ke saath vahi saluk karana hoga jaisa pakistan kar raha hai yani tit for tat

11- jasusi ek tarah ka khel hai ek tarah ka game hai yah sari duniya me chal raha hai CIA, KGB, MOssad, MI4, ISI adi har desh ki intelligence agenciya hai jo sari duniya me kam kar rahi hai  jasus pakade jate hai aur unaka net work pakada jata hai jis desh ko jis star ki jasusi karani hoti hai vah usi star ki jasusui karata hai amrika aur rus ke jasuso ki bhi pakad dhakad hoti hai lekin dono desh ke jasus trial hone ke bad bhi le de kar apas me adala badali kar lete hai yah ek tarah ka rajnitik vyapar ka hissa ban chuka hai sarakare aisa karati hai lekin kya jasusi ka silsila band ho jata hai , aisa kahbi na to hua hai aur na hoga yah to hajaro sal se chal araha hai aur age bhi jab tak sarakare hongi yah chalata rahega namo ki pheharist dekhe to pata chalega ki kitane jasus pakade gaye

12- aur sabase ant me agar pakistan nahi manta hai to phir armed forces ke istemal ki chchut honi chahiye ek morcha kashmir me aur dusara karachi sindh me khol dena chahiye aur ek jhatake me kashmir aur sindh dono ki fateh kar lena chahiye sindh ke kabje me aane ke baad to pakistan ke tukade karane me aur jyada asani ho jayegi

 

note bandi karake pradhan mantri ji ne aisa kam kiya hai jise sari duniya appreciate kar rahi hai sivay bharat ke vipakshi dalo ke netao ke ; INCOME PAR TAX DENE KO LOG TAIYAR HAI LEKIN YAH BAHUT BADE SLAB KA NA HO

jis samay se aur jab se note bandi huyi hai mai bahut khush huaa /

mai television ko sun raha tha aur kuchch kam kar rahaa thaa usi samay pradhan mantri ji ki avaj sunai padi ve kuchch kah rahe the mujhe atapata sa laga ki is samay narendra bhai bol rahe hai mai samajaha ki kahi speech de rahe honge usi ko television vale suna arhe honge

jab kuchch minat bite aur narendra bhai ki avaj lagatar sunai di to maine socha ki dekhana chahiye ki modi ji kah kya rahe hai kyonki yah bahut unusual laga

yah vahi samay tha jab kuch palo bad modi ji ne kaha ki ‘aaj raat se 500 aur 1000 ke note currency band ho jayegi jaise hi maine suna manie chillakar aspas ke logo ko yah samachar bataya maine apane kuchch dosto ko mobile par suchana dekar bataya

lagabahag sabhi log bahut khush the aur alhadit bhi aisa ashcharyajanak kam dekhakar /

mujhe koi pareshani nahi thi kyonki mere pas kharche ke liye 50 aur 100 ke note the tatha bahut si rejagari thi mujhe koi pareshani nahi uthani padi aur aj tak na to mujhe kisi line me lagana pada

ha maine bank me apane 500 aur 1000 ke note ko jama karanme ke liye kanpur se 30 kilometer dur jila unnao me apane bank khate me note jama karane ke liye kuchch din pahale gaya tha

maine kai jilo me yatra ke dauran dekha ki banko me lambi lambi line lagi thi lekin ab nahi dikhai deti hai aj maine dekha hai ki bahut si jagaho par jaha log lambi line laga rahae the vaha ab koi line nahi hai

bahut se ATM me paisa nahi hai yah sahi hai isaliye is par dhyan dena jaruri hai

desh ki 92 pratishat janata jo kisi rajnitik dal se bandhi huyi nahi hai aur svatantra vichar dhara ki hai modi ji ke is faisale se khush nahi bahut bahut aur bahut khush hai mujhe vahi log mile jo congress ya basapa ya sapa ki vichar dhara ke hai unhone is faisale ko takalif deh bataya

EK BAAT MUJHE SAMAJH ME AAYI HAI KI AM LOG INCOME-TAX DENE KE LIYE
TAIYAR HAI LEKIN YAH AGAR 1 SE 3 PRATISHAT HO , MUJHE BAHUT SE LOG MILE JINHONE KAHA KI IMANDARI SE VE IS SLAB KE TAX KO DENE KE LIYE TAIYAR HAI AISI MANSIKATA MUJHE LOGO KI MILI HAI

AM TAUR PAR LOGO NE KAHA KI VIKAS KE LIYE VE APANI INCOME SE PRATI SAIKADA 1 SE 3 PRATISHAT KO DENE KE LIYE SHARSH TAIYAR HAI

MAI PRADHAN MANTRI JI SE AGARAH KARUNGA KI LOGO KI IS MANSIKATA KA LABH UTHAYE YAH SAHI VAKHT HAI AUR ISAKA SARAKAR KO LABH UTHANA CHAHIYE

जसोदा बेन ; आपके पति श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के लिये एतिहासिक काम किया है ; आपको अपने पति पर महान गर्व करना चाहिये

जिस जमाने मे प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र  मोदी जी की शादी हुयी होगी , उसी जमाने मे मेरी भी शादी हो गयी थी /

उत्तर प्रदेश के गावो मे यही प्रथा थी कि १४ साल बीतते ही लड़्के की शादी कर दी जाती थी / भले ही उसकी इच्छा हो या न हो / माता और   पिता और घर के बड़े बुजुर्ग शादी ब्याह का निर्णय लेते थे , यह निर्णय अकाट्य होता था और मानना पड़्ता था / भले ही लड़्का नकारा या कोई काम न करता हो बेकार हो उससे कोई फर्क नही पड़्ता था / बस घर के लोगो का यही एक मात्र ध्येय होता था कि शादी होना है तो होना है /

मै कान्यकुब्ज ब्राम्हन हू / उस जमाने मे    हमारी क्म्यूनिटी मे शादिया इसी तरह होती थी / हमारी कम्यूनिटी की मान्यता थी  कि शादी १२ से १४ साल के अन्दर हो जानी चाहिये / ज्यादा उम्र मे शादी होने का मतलब यह निकाला जाता था कि परिवार मे कोई खोट है इसीलिये लोग फलाने फलाने के दरवाजे शादी के लिये नही आते है / यह स्टेटस सिम्बल भी था और घर के बड़े बुजुर्गो के लिये “मूछों को उन्चा रखने के लिये इज्जत की  बात थी ” /

शादियो मे आजकल की तरह की choice  की कोई गुन्जाइश नही होती थी / लड़्की कानी है या काली है या बदसूरत है या लन्गड़ी है या लूली है या वह किस रन्ग की है और देखने मे कैसी है और  उसकी उम्र कितनी है , उम्र मे बड़ी है या छोटी है , श्रीर से मोटी है या पतली है, कैसी है        यह    सब परिवार के लोग देखते और समझते थे / लड़्के और लड़्की को एक दूसरे को देखने और समझने का कोई मौका नही मिलता था और ऐसा असम्भव था जब तक कि शादी की रस्ने पूरी न हो जाये और लड़की बिदा न हो जाये /

उम्र छोटी होने के कारण लड़्किया अपने मायके मे ही शादी की रस्मे पूरी हो जाने के बाद पिता के ही पास रह जाती थी और गौना होने तक अपने पिता के ही पास रहती थी / लड़्के वाले शादी की रस्मे पूरी  कराने के बाद वापस आ जाते थे / जब लड़्का और लड़्की दोनो ही वयस्क हो जाते थे यानी १८ साल की उम्र पार कर जाते थे तब लड़्के वाले लड़्की वालो के यहां जाकर लड़्की को विदा करा लाते थे और तब शादी का अनुष्ठान पूरी तरह से मान लिया जाता था /

मेरी शादी इसी उम्र मे हुयी थी  / मै शादी नही करना चाहता था क्योन्कि मेरी उम्र बहुत कम थी और मै बहुत कुछ करना चाहता था / मेरे साथ मे पन्जाब पाकिस्तान से आये रिफ्यूजियो के लड़्के पढते थे जो सब मेरी ही उम्र के थे / वे समझाते थे कि शादी का क्या मतलब होता है / साथ पढने वाले लड़्के बताते थे कि इतनी क्च्ची उम्र मे शादी तो उनके क्म्यूनिटी या समाज मे  नही होती है / मैने अपने पिता से इन्कार किया कि मै अभी शादी नहीकरून्गा / पिता ने धमकाया , डराया, घर से बाहर निकालने की धमकी दी , हर तरह से दबाव बनाया / अन्त मे मै हार गया मेरी सारी इच्छाये दफन हो गयी और अन्त मे मरता क्या न करता वाली हालत हो गयी और आखिर मे   मै शादी के लिये तैयार हो गया और मेरी शादी हो गयी /

गौना करके अपनी पत्नी को घर ले आया / मेरी शादी को अब ५३ साल हो चुके है  / मेरी पत्नी मुझसे कुछ साल बड़ी है / बीमार रहती है इसलिये मै उनकी सेवा उसी तरह से करता हू जैसा कि कोई बच्चा अपनी माता के लिये करता है /

प्रधान मन्त्री नरेन्द्र भाई  मोदी जी भी कुछ इसी तरह के हालात से गुजरे होन्गे जब उनकी शादी हुयी होगी / जैसा कि मुझे जानकारी है कि शादी होने के बाद जब उनकी पत्नी जसोदा बेन अपने मा और पिता के घर मे रह गयी थी , इस उम्मीद के साथ कि गौना होने के समय वह अपने पति श्री नरेन्द्र मोदी के साथ विदा होकर अपनी ससुराल जायेन्गी / लेकिन ऐसा हो नही पाया / कारण जो भी रहे हो / कच्ची उम्र मे नरेन्द्र भाई अपने शादी के मायने शायद न समझ पाये हो लेकिन जब उनको कुछ जिम्मेदारी का अहसास हुआ होगा और उनको लगा होगा कि जो वह करना चाहते है वह शादी शुदा जिन्दगी मे सम्भव नही होगा इसलिये उन्होने जसोदा बेन को गौना करके न लाने का फैसला किया होगा / ताकि उनके उद्देश्य की प्राप्ति मे कोई अड़्चन न आये /

हमे और हमारे देश के लोगो को   तो खुश होना चाहिये कि  नरेन्द्र भाई ने इतना बड़ा त्याग किया , अपने पारिवारिक जीवन को एक बडॆ़ उद्देश्य के लिये तिलान्जलि दे दी  / दूसरी तरफ जसोदा बेन को भी धन्यवाद और भूरि भूरि प्रशन्शा करनी चाहिये कि उन्होने इतना बड़ा    त्याग अपने पति के प्रति   किया और देश को एक एतिहासिक व्यक्तित्व प्रदान किया /

जसोदा बेन,  मेरे हृदय मे आपके प्रति बहुत सम्मान की भावना है / आपने भारतीय नारी के सभी गुणो को समाहित करके यह सन्देश देश और दुनिया को  दे दिया है कि आदि काल से चली आ रही भारतीय  नारी के लिये मर्यादित परम्पराओ का पालन आप्ने किस तरह किया है /

मेरी हार्दिक  इच्छा भी  है और मै  प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी  को अपनी पत्नी  जसोदा बेन   के  साथ  कम से कम एक बार ही सही,   देखना चाह्ता हू  / यह काम  वह अपनी ससुराल जाकर या प्रधान मन्त्री के आवास मे बुलाकर कर सकते है / आखिर जसोदा बेन उनकी पत्नी है /

मुझे और मेरे साथ देश के लोगो के लिये यह सुखद आश्चर्य होगा और अगर ऐसा हुआ तो यह भी एक तरह से एतिहासिक घटना होगी जिसे लोग लम्बे समय तक याद करेन्गे / मै प्रधान मत्री जी से केवल निवेदन ही कर सकता हूं /